क्या है मीटू..........
Me Too का शाब्दिक अर्थ होता है मैं भी या मेरे साथ भी.... इसका मतलब हुआ कि जो महिला किसी तरह से किसी घटना का शिकार हुई है या हो रही है वो यह बताने के लिए कि मेरे साथ भी ये हो चुका है या हो रहा है..... पीड़ित अपनी घटना के साथ सोशल मीडिया पर #Me Too के साथ अपनी परेशानी लोगों को शेयर करती है......
Me Too की शुरूआत........
me too कैंपेन की शुरूआत सन 2006 में हॉलीवुड से हुई थी..... अमेरिकी सिविल राइट्स एक्टिविस्ट तराना बर्क ने किया था..... भारत में मी टू कैंपेन की शुरूआत सन 2017 में शुरू हुआ था...... भारत में मी टू कैंपेन शुरू होने के बाद से अब तक कई बड़ी बॉलीवुड हस्तियों के नाम इसमें सामने आ चुके है......
Me Too पर प्रतिक्रिया...............
केंद्रीय वित्त और शिपिंग राज्य मंत्री पॉन राधाकृष्णन ने कहा है कि MeToo को 'दूषित मानसिकता' के लोगों ने शुरू किया है......
उन्होंने सवाल उठाया है कि सालों पहले हुई घटनाओं पर अब आरोप लगाना कहां तक उचित है.....
राधाकृष्णन ने कहा कि इस मुहिम ने हमारे देश के महिलाओं की छवि ख़राब की है....
केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफ़ा देने को मजबूर हुए एमजे अकबर सहित कई नामी-गिरामी हस्तियां 'मी टू' मुहिम के लपेटे में आई हैं.....
देश में चल रहे MeToo अभियान में अब तक अभिनेता नाना पाटेकर, आलोक नाथ, फ़िल्मकार सुभाष घई, गायक कैलाश खेर समेत कई हस्तियों पर उत्पीड़न के आरोप लगे हैं.....
Me Too कानून........
भारत सरकार ने 2013 में महिला उत्पीड़न को लेकर कानून बनाया था.... महिला के कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न से महिलाओं का संरक्षण (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम, 2013 प्रभाव में आ गया.... किसी महिला का लैंगिग उत्पीड़न हुआ है तो वह आईपीसी की धारा 354(ए) के तहत शिकायत दर्ज करवा सकती है.... इसमें 5 साल की सजा का प्रवाधान है.....