स्मार्ट फोन की ऊंचाई....



 स्मार्ट फोन की ऊंचाई....


16 अगस्त, 2014 को स्मार्ट फोन ने 20 वर्षो की यात्रा तय कर ली है। आज स्मार्ट फोन मोबाइल, कम्प्यूटर,इंटरनेट कैमरा, वॉयसरिकॉर्डर, स्कैनर, फैक्स, टीवी आदि सभी सुविधाओं से लैस एक पूर्ण उपकरण नजर आता है। पर जब इसका जन्म हुआ था तब इसका आकार ईट के आकार से आधा दिखता था। इसके अंदर लिखने, चित्र बनाने कैलेण्डर को अपडेट करने जैसे सॉफ्टवेयर मौजूद थे।
स्मार्ट फोन का जन्म आई बी एम और अमरीकी फोन कंपनी बेलसेफ्ल ने किया । विश्व का सबसे पहला स्मार्ट फोन सिमॉन था जिसकी किमत 900 डॉलर थी। इसे सिमॉन नाम इसलिए दिया गया क्योंकि यह बहुत साधारण था और जरुरत के सभी फीचर मौजूद थे। वही अगर हम इसके अंदर के फीचर की बात करे तो उसकी बैटरी की क्षमता एक घंटे की थी यह 23 सेंटीमीटर लंबी और इसका वजन 500 ग्राम था उस समय इस स्मार्ट हैंडसेट के 50 हजार हैंडसेट की बिक्री हुई थी। यह टच स्क्रीन से चलता था तथा इसमें गेम और मानचित्र भी देख सकते थे।
सन 1994 में सिमॉन स्मार्टफोन के बाद 1996 में नोकिया ने 9,000 मॉडल पाम टॉप कंप्यूटर जैसा फोन पेश किया जिसमें क्वैर्टी की- बोर्ड मौजूद था। 1999 में क्वालकॉम ने सीडीएमए तकनीक का डिजिटल स्मार्ट फोन पेश किया । 2001 में कोसेरा ने ऐसा फोन पेश किया जिसमें वेब ब्राउजनिंग संभव थी।
आज स्मार्टफोन से फोन कॉल के साथ उन सभी फीचर का लाभ मिल रहा है जिनके लिए कल तक हम कंम्प्यूटर और दुसरे उपकरण का उपयोग करते थे ये सुविधा शुरुआती फोन में उपलब्ध नहीं था पर बाद में जैसे जैसे तकनीक का विकास हुआ फोन में भी बदलाब आते गए एक समय ऐसा आया कि जो काम कल तक कंप्यूटर कर रहा था वह काम आज स्मार्टफोन कर रहा हैं। यहीं से स्मार्ट फोन की सफलता शुरु हुई और स्मार्ट फोन को लघु कंप्यूटर कहा जाने लगा। सबसे पहला स्मार्ट फोन कहलाने का गौरब ब्लैकबेरी को प्राप्त है। रिसर्च इन मोशन पहली कंपनी थी जिसने लोगो तक स्मार्ट फोन के कई रुप प्रस्तुत किए।
सन 2000 के आरंभ में एप्पल ने सोनी के साथ मिलकर आईफोन विकसित किया। इसने उच्च स्तरीय स्मार्टफोन का मार्ग प्रशस्त किया।
अमरीकी संस्था एनलिस्टक्स ने हाल ही मे प्रकाशित रिपोर्ट में कहा है कि 2015 के अंत तक विश्व में 2.5 अरब स्मार्ट फोन यूजर होंगे, यानी दुनिया की 35 प्रतिशत आबादी स्मार्टफोन की उपभोक्ता बन जाएगी। इस रिपोर्ट में यह भी अनुमान व्यक्त कया गया है कि वर्ष 2015 के अंत तक दुनिया के हर 10 व्यक्तियों में से तीन से अधिक स्मार्टफोन के उपभोक्ता होंगे।
                                                      रत्न सेन भारती
                                               एम.फिल जनसंचार(जनसंचार विभाग)
                                      महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविधालय वर्धा महाराष्ट्र

ratnasen

मै भारत देश का एक जिम्मेदार नागरिक हूं. तमाम जिम्मेदारी को समझने की कोशिश कर रहा हूं. देश की सेवा के लिए पहले परिवार फिर समाज की सेवा करना चाहता हूं. इसी कड़ी में लगातार आगे बढ़ रहा हूं. बुद्ध को अपना आदर्श मानता हूं

एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने