कोरोना डायरी (पटना)

आज दिन शुक्रवार दिनांक 27 मार्च 2020 अब तो लग कहने लगे हैं कि यह साल काफी खराब साल होने वाला है. क्योंकि इस साल की शुरुआत से ही बहुत कुछ अच्छा नहीं हुआ है. मैं जिस परिवेश में रहता हूं यह परिवेश किसानों का परिवेश हैं. हमारे कई दोस्त हैं जो पैसे कमाने के लिए दूसरे राज्यों में गए हुए हैं. उन्हें अपना पेट भरने के लिए बिहार में कोई ऐसी सुविधा नहीं है कि वह रोज कमा सके और रोज उन्हें पैसा मिल सके. इसका सीधा सा मतलब है कि यहां रोजगार के साधन नहीं हैं. इसीलिए लोग यहां से दूसरे राज्यों में मजदूरी करने के लिए जा रहे हैं.

वैसे भारत के नियम के अुसार दूसरे राज्योंमें मजदूरी करने जाने का अधिकार हर भारतीय का होता है. आप बहुत ही आसानी से बिना किसी नियम कानून के आप एक राज्य से दूसरे राज्य में आ जा सकते हैं. लेकिन अब जो समस्या हम  लोगों के सामने आ गई है एक नई बीमारी जो लोगों को काफी परेशान कर रही है. अबतक इस बीमारी से भारत में 17 लोगों को मौत हो गई है. इसमें बीमारी से भारत में 724 लोग इस बीमारी से ग्रसित हैं. बिहार में इस बीमारी से अब तक 9 लोग पाए गए हैं. जबकि एक लोगों की मौत हो गई है.

अब कोरोना वायरस को लेकर जो खबर हम लोगों को सामने आ रही है वह काफी हैरान करने वाले नहीं है लेकिन जो समस्या हमारे सामने हैं वह है वह छुपे हुए लोग जो अपने आप को बीमार होने के बाद भी पुलिस और मेडिकल टीम से अपने आप को छुपा रहे हैं. यह कही न कही एक जैविक बम बनते जा रहे हैं. ऐसे में वैसे लोगों से सभी को बचना है. इस समय सभी को अपने खाने पिने पर ध्यान देना है. एक दूसरे से मिलने से बचना है साथ ही एक दूसरे के बीच में दूरी बनाने की जरूरत हैं.

मजदूरी करने वाले मजदूरों के साथ मे सबसे बड़ी समस्या सामने आ रही है उनके पास खाने के लिए पैसे नहीं है पैसे हैं भी तो दुकान नहीं खुला है. रहने के लिए जगह नहीं है. कोरोना वायरस को लेकर हुए लॉक डाउन के बीच में मजदूरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इन सब के बीच में सरकारों के द्वारा इसको लेकर सबसे ज्यादा पैसा मुहैया कराया जा रहाहै. हमें तो लग रहा है कि इस पैसे का आने वाले समय में सबसे ज्यादा बंदरबांट होने वाला है. हमारे कई जानने वाले हैं जो अस्पतालों में काम करते हैं वे बता रहें है कि मेडिकल टीम को घुमने के नाम पर गलत डाटा पेश किया जा रहा है. खराब क्वालिटी का सामना ला कर पैसे ज्यादा लिखा जा रहा है. इससे यह तय है कि आने वाले समय में इस कोरोना वायरस के नाम पर लोग पैसे का बंदरबांट कर रहे हैं. 

ratnasen

मै भारत देश का एक जिम्मेदार नागरिक हूं. तमाम जिम्मेदारी को समझने की कोशिश कर रहा हूं. देश की सेवा के लिए पहले परिवार फिर समाज की सेवा करना चाहता हूं. इसी कड़ी में लगातार आगे बढ़ रहा हूं. बुद्ध को अपना आदर्श मानता हूं

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